मैं पग पर पग रख चल रहा हूँ, मैं नई उमंगों की तरंगों सूर्योदय देख रहा हूँ! मैं पग पर पग रख चल रहा हूँ, मैं नई उमंगों की तरंगों सूर्योदय देख रहा हूँ!
जीवन में अराजकता आयातित नहीं है यूँ ही हमारी पसंद है। जीवन में अराजकता आयातित नहीं है यूँ ही हमारी पसंद है।
कहकहे हैं एक मुक्कमल संसार है जीवन। कहकहे हैं एक मुक्कमल संसार है जीवन।
मैं पग पर पग रख चल रहा हूँ, मैं नई उमंगों की तरंगों से सूर्योदय देख रहा हूँ! मैं पग पर पग रख चल रहा हूँ, मैं नई उमंगों की तरंगों से सूर्योदय देख रहा हूँ!
जीवन भी एक बगिया है हर क्यारी में शूल और फूल ख़ुशियाँ बाँटो ग़म को भूल बन कर ताज़ा जीवन भी एक बगिया है हर क्यारी में शूल और फूल ख़ुशियाँ बाँटो ग़म को भूल ...
बेटी घर आयी है किलकारी बनके , महका है ये आंगन गुन गुन करके , खुशियाँ फैलायी हैं इसने बेटी घर आयी है किलकारी बनके , महका है ये आंगन गुन गुन करके , खुशियाँ फैलाय...